Wednesday 8 November 2017

बिग बॉस या बंदिश!



अगर आपसे कोई सवाल पूछे कि कौन सा ऐसा शो है जो परिवार संग देखना पसंद नहीं करेंगे? तो इस बात की अधिक संभावना है कि आपका जवाब कलर्स का चर्चित शो ‘बिग बॉस’हो। दरअसल, बिग बॉस एक ऐसा शो है जिसके जरिए चैनल द्वारा दर्शकों के बीच फूहड़ता और विवाद को बेहद ही चटपटे अंदाज में परोसा जाता है। शो के मेकर्स भी इस सच को मान चुके हैं कि जितने विवाद जुड़ेंगे, टीआरपी उतनी ज्यादा मिलेगी। यही वजह है कि हर सीजन में कंटेस्टेंट को सेलेक्ट करने से पहले बेहद रिसर्च किया जाता है। इस रिसर्च के जरिए यह पता लगाया जाता है कि कंटेस्टेंट कितना विवादित है।

इसके अलावा इस बात पर भी गौर किया जाता है कि कौन सा कन्टेस्टेंट सबसे ज्यादा फुटेज ले सकता है। यह भी सच है कि बिग बॉस के अब तक के सफर में चैनल ने शो के साथ हर तरह के प्रयोग किए। शो के होस्ट में बदलाव से लेकर कॉमनर्स की घर में एंट्री तक इन्हीं प्रयोगों की एक बानगी है।

स्वामी ओम और बिग बॉस

मसलन, पिछले सीजन में स्वामी ओम जैसे विवादित कॉमनर्स को ‘बिग बॉस’ के घर में एंट्री दी गई। जब स्वामी ओम घर में पहुंचे तब उनकी हरकतों को देखकर देशभर के लोग हैरान थे। खुद को संत बताने वाले स्वामी ओम को लोगों ने घर के अंदर अश्लीलता के अलावा लड़ाई करते हुए भी देखा।
इससे स्वामी ओम को पॉपुलैरिटी तो मिली ही उसके साथ ही शो की टीआरपी भी अच्छी रही। शो से बाहर किए जाने के बाद स्वामी ओम ने बिग बॉस और होस्ट सलमान खान की जमकर आलोचना की।

ठीक उसी तरह इस सीजन में भी कई दिलचस्प किरदार घर में रहने के लिए चुने गए। उन्हीं में से एक ​दाउद इब्राहिम के कथित रिश्तेदार जुबैर खान भी थे। जुबैर को सीजन के पहले वीकेंड पर ही घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इस दौरान शो के होस्ट सलमान खान ने उन्हें लताड़ भी लगाई। शो से बाहर होने के बाद जुबैर ने भी स्वामी ओम की तरह मीडिया में जमकर बयानबाजी की। जुबैर ने एक कदम आगे बढ़कर सलमान खान के खिलाफ केस भी कर दिया।
इस साल शो में एक और दिलचस्प किरदार की एंट्री हुई । इस किरदार का नाम ढिंचैक पूजा है। बदनाम होकर भी नाम कमाने वाली पूजा को इंटरनेट की दुनिया की नई सनसनी कहना गलत नहीं होगा।
कुछ ऐसी ही कहानी अर्शी खान की भी है। खुद को पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद आफरीदी के बच्चे की मां बताने वाली अर्शी भी इस सीजन की सबसे बड़ी ड्रामेबाज किरदारों में से है। ऐसे किरदारों के जरिए दर्शकों को मनोरंजन तो मिलता है लेकिन वो बातें पीछे छूट जाती हैं जिसके लिए लोग शो देखते हैं।

शो का मकसद

किसी शो का मकसद हर उम्र के लोगों को एंटरटेन करना होना चाहिए ताकि परिवार संग भी उस शो का हिस्सा बना जा सके। यह अहम नहीं ​है कि शो का प्रसारण समय क्या है, यह देखना जरूरी है कि क्या इस शो के जरिए हर उम्र और हर वर्ग के लोग एंटरटेन हो पा रहे हैं या फिर एंटरटेनमेंट की भी एक लकीर खींच गई है, इस लकीर के उस पार परिवार है तो इस पार आप। अगर ऐसा है तो समझ लीजिए कि वो एंटरटेनमेंट नहीं बल्कि बंदिश है। बिग बॉस की इस बंदिश में रहकर एंटरटेनमेंट की तलाश कर रहे हैं तो वो मिलना मुश्किल है। एंटरटेनमेंट तो वो होता है जिससे कोई हिचक न हो। अगर हिचक हो रही है तो वो एंटरटेनमेंट नहीं, अश्लीलता है। ऐसे में यह जरूरी है कि बिग बॉस को उस लायक बनाया जाए जिसे परिवार संग देखा जा सके।