वैसे तो मेरी बॉलीवुड एक्ट्रेसेस से कभी भी, किसी भी तरह की एकतरफा इश्कबाजी
नहीं रही और न ही मैंने कभी किसी एक्ट्रेसेस की कल्पना कर अपनी दुनिया को आभासी
बनाने की कोशिश की। लेकिन कंगना रनौट के प्रति मेरा ये
ज्ञान फेल होता नजर आ रहा है। कंगना रनोत मतलब बेबाक, बेपरवाह, बिंदास और विवादित।
फिल्म जगत का ऐसा नाम, जिसे आप पसंद करें या नापसंद, लेकिन
नजरअंदाज नहीं कर सकते। मात्र 10 साल में कंगना ने फिल्मों के ग्रंथ पर कभी न
मिटने वाली स्याही से छाप छोड़ी है।
मेरी कंगना से क्रश की वजह उनकी हिम्मत है। पिछले
दिनों कंगना रनौट ने जब इंडिया टीवी के प्रोग्राम ‘आप
की अदालत’
में बोलना शुरू किया तो अच्छे – अच्छों की बोलती बंद कर दी। हिमाचल के छोटे से
शहर की इस बोल्ड और बिंदास लड़की की बेबाकी ने मुझे दीवाना बना दिया है। परिवार के खिलाफ कौन सी लड़की बोल पाती है, वो भी दुनिया के सामने..लेकिन कंगना ने बोला भी और परिवारों में भाई-बहन के अंतर को भी परत दर परत खोल दिया. ..दरअसल,
कंगना बॉलीवुड की उस भीड़ से बिल्कुल अलग हैं, जो दोगली जिंदगी जीने में यकीं करती है। वह उन लोगों में से नहीं हैं जो बॉलीवुड के चाटूकारों की श्रेणी में आता है। वह उनमें से हैं जो हर कदम पर बॉलीवुड के उस पिंजरे को चोट पहुंचाती आ रही हैं जिन्हें हेमामालिनी, वैजयंतीमाला, माधुरी दीक्षित, श्रीदेवी, काजोल और करीना सरीखी अभिनेत्रियों ने भी तोड़ने की कोशिश नहीं की। कंगना के बिंदास अंदाज को देखकर मुझे बॉलीवुड की जमात बेहद स्वार्थी नजर आती है।
कंगना बॉलीवुड की उस भीड़ से बिल्कुल अलग हैं, जो दोगली जिंदगी जीने में यकीं करती है। वह उन लोगों में से नहीं हैं जो बॉलीवुड के चाटूकारों की श्रेणी में आता है। वह उनमें से हैं जो हर कदम पर बॉलीवुड के उस पिंजरे को चोट पहुंचाती आ रही हैं जिन्हें हेमामालिनी, वैजयंतीमाला, माधुरी दीक्षित, श्रीदेवी, काजोल और करीना सरीखी अभिनेत्रियों ने भी तोड़ने की कोशिश नहीं की। कंगना के बिंदास अंदाज को देखकर मुझे बॉलीवुड की जमात बेहद स्वार्थी नजर आती है।
करन
जौहर से लेकर जावेद अख्तर तक
कंगना ने बॉलीवुड के लगभग हर ताकतवर लॉबी को चुनौती दी है। वर्ना
रितिक रोशन जैसे एक्टर से टक्कर कौन ले सकता है। आदित्य पंचोली फिर शेखर सुमन के बेटे अध्ध्यन और फिर कंगना ने
जिस तरीके से बॉलीवुड के बच्चा पार्टी को लॉन्च करने का ठेका उठाने वाले करण
जौहर को ललकारा उसने तो मेरे दिल के तार छेड़ दिए। खासतौर पर करण जौहर वो शख्स है
जिसको, प्रेस कॉन्फ्रेंस से लेकर फिल्म प्रमोशन तक बड़ी – बड़ी एक्ट्रेसेस खुशामद
करती नजर आती हैं। वह यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने इशारों में बॉलीवुड के टॉप राइटर
जावेद अख्तर को भी लपेटे में ले लिया। यह वही वक्त था जब कंगना मेरे दिलों दिमाग
में घर कर रही थीं।
हो सकता है आप इसे उनकी आने वाली फिल्म सिमरन का प्रमोशन कहें। हो सकता है कंगना कल को बॉलीवुड लॉबी की शिकार
हो जाएं। हो सकता है उनको फिल्में न मिले। हो सकता है वह बॉलीवुड से बॉयकॉट हो
जाएं। हो सकता है, जो हमारी सोच में न हो कुछ ऐसा बुरा हो जाए। लेकिन यह तो तय है
कि कंगना की ठसक कभी कम नहीं होने वाली है।
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