Tuesday 16 May 2017

जाते — जाते भला कर गए माही!

आईपीएल 2017 का प्लेआॅफ राउंड शुरू हो चुका है। इस सीजन की पहली टीम के रूप में पुणे सुपर ज्वांइट ने दो बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस को हराकर फाइनल का टिकट भी कटा लिया है। फाइनल में परिणाम चाहे जो भी हो लेकिन सच ये है कि पुणे के लिए फाइनल में पहुंचना किसी खिताब जीतने से कम नहीं है। दो साल के लिए आईपीएल में शामिल पुणे सुपर ज्वाइंट संभवत: अगले साल नजर नहीं आए। ऐसे में पुणे के लिए खिताब तक पहुंचना ही चैंपियन बनने जैसा है। खास बात यह है कि पुणे की टीम और उसके मैनेजमेंट को इस उपलब्धि पर जश्न मनाने का अगर किसी ने मौका दिया है तो वो महेंद्र सिंह धोनी हैं। जी हां, वही धोनी जिसको पुणे टीम के मैनेज्मेंट ने कप्तान स्टीवन स्मिथ से कमतर बताया है। वही धोनी जिन्हें टूर्नामेंट शुरू होने से ठीक पहले कप्तान पद से हटा दिया जाता है। वही धोनी, जिसको बेवजह मैच से बाहर बिठा दिया जाता है।  तमाम अपमान के बावजूद माही हमेशा की तरह खामोश ही रहे।  उन्होंने सही मौके पर शानदार तरह से अपने उन आलोचकों को जवाब दिया। माही ने सिर्फ 40 रन ही बनाए लेकिन उनकी यही पारी पुणे को आर्इ्पीएल इतिहास के शानदार मौकों का गवाह बनाने जा रही है। वर्ना दो साल के लिए तो गुजरात लायंस भी टूर्नामेंट में शामिल थी लेकिन उसकी चुनौती लीग मैचों में ही खत्म हो गई। धोनी अगले साल शायद एक बार फिर आईपीएल में घर वापसी कर रही चेन्नई सुपरकिंग्स की जिम्मेदारी संभाल लें लेकिन कहीं न कहीं पुणे के मैनेजमेंट के लिए माही का अपमान किसी टीस की तरह होगी। हालांकि अभी फाइनल मैच और उसमें माही का प्रदर्शन बाकी है लेकिन यह तो साफ है कि उन्होंने टीम का भला कर दिया है।

पुणे को क्या होगा फायदा 
सच ये भी है कि माही ने पुणे टीम और उसके मालिक के मुनाफे के कारोबार का भला तो कर ही दिया है। इस फायदे के कारोबार को यूं समझा जा सकता है। दरअसल, आईपीएल 10 की उपविजेता टीम को 11 करोड़ रुपए मिलने हैं ऐसे में ये तो तय है कि पुणे कम से कम ये रकम लेकर ही आएगी। वहीं अगर फाइनल जीत जाती है तब तो उसकी चांदी ही है। विजेता के रूप में पुणे को 20 करोड़ की मोटी रकम मिलेगी । इसके अलावा अलग— अलग संस्थाओं से ईनामों की जो बारिश होगी वो अलग। 

इसलिए अहम रही माही की पारी

पहले क्वालिफायर मुकाबले में धोनी ने ऐसे मौके पर रन बनाए जब टीम को उसकी सख्त जरूरत थी। उन्होंने आखिरी ओवरों में तूफानी बैटिंग करते हुए 26 गेंंद में 40 रन की नाबाद पारी खेली। माही के तूफान का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने 40 रन की संक्षिप्त पारी में 5 शानदार छक्के लगाए। यानी 30 रन केवल छक्कों से बनाए। माही की यह पारी मैच के नतीजे के लिए अहम साबित हुई।

No comments:

Post a Comment

thanks