Sunday 6 December 2015

किस से किसको डर


 सेंसर बोर्ड का सेंस ऑफ ह्यूमर भी कमाल का है।  'संस्कृति' की रक्षा में कभी-कभी यह किसिंग सीन तक को भी काट देता है। अभी हाल में जेम्स बांड की फिल्म 'स्पेक्टर' के किस‌िंग सीन पर सेंसर बोर्ड ने कैंची चलाई तो 13 सेकेंड का किस सिर्फ आठ सेकेंड का रह गया।  ऐसे में दर्शकों के जेहन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि एक आदर्श किस कितने सेकंड का होता है?  कितने सेकेंड के बाद किस को आपत्तिजनक कहा जा सकता है?    

'कुत्ते कमीने, मैं तेरा खून पी जाऊंगा' धर्मेंद्र के मुंह से इस डायलॉग को निकले चार दशक से ज्यादा समय हो चुका है लेकिन आज भी हिंदी सिनेमा का यह सबसे यादगार डायलॉग बना हुआ है। सोचिए, धर्मेंद्र को अगर वर्तमान दौर में यह संवाद बोलना होता तो इसकी सूरत कैसी होती। यह कुछ इस तरह से होता, बीप...बीप...मैं तेरा खून पी जाऊंगा या फिर कुछ और संस्कारी रूप में ऐसा होता, बाबूजी मैं आपका खून पी जाऊंगा। पहली नजर में यह व्यंगात्मक और बिना सिर पैर की बातें हो सकती हैं लेकिन पिछले कुछ समय से सेंसर बोर्ड की 'संस्कारी छवि' की सोशल मीडिया पर कुछ इसी अंदाज में चर्चा हो रही ह‌ै। सेंसर बोर्ड की इस संस्कारी छवि की हालिया ‌शिकार हेट स्टोरी सीरीज की तीसरी फिल्म है लेकिन सुर्खियां बटोरी जेम्स बांड की हालिया रिलीज फिल्म ‘स्पेक्टर’ ने। ‘स्पेक्टर’ के एक किस सीन को 50 फीसदी तक काट दिया गया।  नतीजा यह हुआ कि इस फिल्म में बांड के ‘किस’ इतने छोटे हो गए कि दर्शक एकदम निराश हो गए। फिल्म देखने के बाद उनको मालूम ही नहीं होता कि बांड ‘किस’ कर रहा है कि होठ से होठ मिलाकर कुछ फुसफुसा रहा है। जो जेम्स बांड के प्रशंसक हैं, वह जानते हैं कि उनकी हर फिल्म में जासूसी खलनायकों को जान से मारने, उनके ठिकानों को नेस्तनाबूद करने और सुंदरियों के साथ ‘किस’ करने अथवा संबंध बनाने के बिना पूरी नहीं होती और ये ऐसे ब्रांडीय चिह्न हैं जो अगर न हो तो लगता है कि हम बांड का कोई नैतिक संस्करण देख रहे हैं। भारतीय दर्शकों को बांड को लेकर सेंसर बोर्ड की यह नैतिकता पसंद नहीं आई जिसका सीधा फायदा फिल्म को हुआ। ‘स्पेक्टर’ यहां रिलीज होने के बाद फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाते हुए 69 करोड़ रुपये की रिकॉर्डतोड़ कमाई कर ली है। यहां यह बता दें कि ‘स्पेक्टर' की कमाई का आंकड़ा बॉलीवुड की कई बड़े बैनर की फिल्मों की कमाई से कहीं ज्यादा है। सोनी पिक्चर्स इंडिया ने अंग्रेजी, हिंदी, तमिल और तेलुगू भाषा में करीब 1250 स्क्रीनों पर फिल्म को रिलीज किया है।  अगर दुनिया भर की बात करें तो रिलीज होने के 35 दिनों के भीतर ही फिल्म ने कुल मिलाकर 75,191, 6219 डॉलर यानी करीब 50,21,33,03,467 रुपये की कमाई कर ली है। जिससे यह ना केवल लंदन बल्कि दुनियाभर में एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई है।  दर्शकों के जेहन में सबसे बड़ा सवाल यही था कि उन्हें बांड के किस सीन से दूर रखने की कोशिश क्यों की गई? खजुराहो और कामसूत्र की रचना जिस संस्कृति में हुई हो, वहां किसिंग सीन पर कैंची समझ से परे है। ऐसा तो है नहीं कि हमारे यहां के दर्शक आज तक 'अति-उत्तेजित' कर देने वाले किसिंग सीन से आंखे चार न किए हों। इमरान हाशमी से लेकर आमिर खान, करिश्मा कपूर  माधुरी दीक्षित, विनोद खन्ना, ऋषि कपूर तक के किसिंग सीन का 'आंखों-देखा' हाल दर्शक बता सकते हैं। ‌अगर फिल्मों के इतर धारावाहिकों की बात करें तो यहां हर दिन किसी न किसी चैनल पर आपको किस‌िंग सीन देखने को मिल ही जाएंगे। कब इशिता और रमन (सीरियल ये हैं मोहब्बतें ) की लड़ाई किस में बदल जाती है और कब सूरज और संध्या (दीया और बाती हम )का प्यार बिस्तर तक पहुंच जाता है, यह 'सीरियल मरीज' परिवार के किसी भी सदस्य से छुपा नहीं है। तो फिर सवाल लाजिमी है कि ऐसे में किस के मानक और समयावधि को कौन तय करेगा? क्या हमें किस को समझने, समझाने और इसको लेकर दायरे को बढ़ाने की जरूरत है?  खैर, बांड की फिल्म ‘स्पेक्टर’ ने कमाई का कीर्तिमान रच दिया है और पूरा किसिंग सीन यू-ट्यूब पर वायरल भी हो चुका है। इंटरनेट की दुनिया में सेंसर बोर्ड की संस्कारी छवि कारगर साबित होगी अभी तो ऐसा नहीं लग रहा है लेकिन किरकिरी जरूर जारी है। ऐसे मामलों में युवा पहले भी अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं, जब 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों से पूर्व खेलों की आयोजन समिति ने अपनी वेबसाइट पर पर्यटकों को सलाह देते हुए लिखा था ‘पर्यटकों यह पता होना चाहिए कि सार्वजनिक स्थलों पर एक-दूसरे को गले लगाने या किस लेने को भारतीय समाज में अच्छी नजर से नहीं देखा जाता है।’ तब भी ऐसे विचारों का विरोध हुआ था। 2014 में केरल से शुरू हुए ‘किस ऑफ लव’ कैंपेन को कौन भूला जा सकता है। एक 'किस' किस कदर क्रांति में तब्दील हो जाती है यह इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। एक कॉफी शॉप में प्रेमी जोड़ों की सरेआम पिटाई के बाद इस अभियान के तहत दिल्ली तक युवाओं ने एक-दूसरे को किस कर विरोध दर्ज कराया था। इसके बावजूद समझने और समझाने का दौर जारी है। किस के वैज्ञानिक तथ्यों को समझें तो होंठ बेहद नाजुक और संवेदनशील अंग होते हैं। किस के दौरान दिमाग के सोमाटोसेंसरी कॉर्टेक्स को सिग्नल मिलता है, जो पार्टनर की भावनाएं समझाने में मदद करता है। शोधकर्ता गॉर्डन गैलप के मुताबिक, जिन संस्कृतियों में चुंबन की परंपरा नहीं है, वहां पार्टनर एक-दूसरे के चेहरे पर चेहरा रगड़कर या नाक से नाक रगड़कर अपनी भावनाओं का इजहार करते हैं। वह कहते हैं ‘हमें अपने नजरिए को बदलने की जरूरत है। हर बार किस को अश्लीलता से जोड़कर नहीं देखा जा सकता।’ लेकिन यह बात समाज को समझने में कितना समय लगेगा यह कहा नहीं जा सकता है। पहलाज निहलानी और टीम ने जेेम्स बॉन्ड के किस सीन पर कैंची चलाकर जो किया वह सही है या गलत इसका फैसला सही मायनों में उस दिन होगा, जिस दिन हम वाकई किस की गहराई को समझने और समझाने से आगे निकलकर इसे अपनाने की ओर बढ़ रहे होंगे। तब तक पता नहीं ...और कितने ‘जेम्स बॉन्ड’ पर कैंची चलेगी।  


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मतलब सिर्फ चूमना नहीं

किस का मतलब सिर्फ चूमना नहीं है, तो फिर क्या है। जैसा कि उन्नीसवीं सदी के वैज्ञानिक हेनरी गिब्सन ने लिखा था, शारीरिक संदर्भ में बात करें तो यह अवरोधिनी मांसपेशियों का निकट संपर्क है।' लेकिन सिर्फ यह वैज्ञानिक परिभाषा किस को समझने के लिए काफी नहीं है। एक किस का क्या क्या मतलब हो सकता है, इस बताने के लिए लाना सित्रोन ने एक पूरी किताब लिख डाली, जिसका नाम है किस का असली मतलब। इस किताब में वह लिखती हैं कि वैज्ञानिक परिभाषाओं से परे कैसे विभिन्न समाजों, फिल्मों, कला और साहित्य में किस के मायने बदलते रहे हैं। यह किताब बताती है कि चुंबन सिर्फ दो प्यार करने वालों की बपौती नहीं है, बल्कि इसका इस्तेमाल विभिन्न मकसदों को हासिल करना भी रहा है।

इतिहास है पुराना

प्राचीन रोमन लोग एक चुंबन के साथ किसी भी समझौते पर आधिकारिक रूप से मुहर लगाते थे। पांचवीं सदी में ईसाई अपनी एकजुटता दिखाने के लिए किस किया करते थे। कुछ इतिहासकार मानते हैं कि रोमनों से शुरू हुई इस परंपरा में पति यह जांचने के लिए अपनी बेगमों को चूमते थे कि कहीं वह उसकी अनुपस्थिति में शराब तो नहीं पी रही थीं।  इस दिलचस्प इतिहास को पीछे छोड़ते हुए जब हम प्रागैतिहासिक काल में पहुंचते हैं तो यह पाते हैं कि पुरुष या महिला अपने होने वाले पार्टनर के स्वास्थ्य की स्थिति चुंबन से हासिल लार से जानने के लिए चुंबन करते थे।  आलोचकों ने इस नैतिक मूल्यों के लिए खतरा समझते हुए  किसी व्यक्ति के मुंह पर किस करने की बजाय किसी लकड़ी के टुकड़े को किस करने की परंपरा बना डाली। यह परंपरा हजारों साल बाद आज भी जारी है। आज भी लोग धार्मिक साहित्य, क्रूस, पैर, हाथ, अंगूठी, जमीन, भाग्यशाली समझे जाने वाली चीज, ट्रॉफी और यहां तक कि मेंढ़कों को भी चूमते हैं। पशुओं में भी एक दूसरे को चूमने की प्रवृत्ति पाई जाती है। जैविक रूप से इंसानों के सबसे नजदीकी रिश्तेदार बंदर भी एक दूसरे को खूब चूमते हैं। चिंपाजी तो कई बार फ्रेंच किस भी करते देखे गए हैं।

यहां किस करना गुनाह है
वैसे चूमना हर संस्कृति का हिस्सा नहीं रहा है। दक्षिणी अफ्रीका में संगान लोगों को किस से नफरत है और जब भी वे ऐसा होते देखते हैं तो अपनी नाराजी को जाहिर करने से हिचकते भी नहीं हैं। स्वीडन के लापलैंड इलाके की संस्कृति में भी किस को अच्छी बात नहीं समझा जाता। वहीं कुछ सभ्यताओं में चुंबन को सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है।


बड़ी काम की चीज

वैसे किस करने के काफी फायदे भी हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि जो लोग अकसर किस करते हैं, उन्हें पेट और मूत्राशय से जुड़ी तकलीफें कम होती हैं। उन्हें संक्रमण भी कम ही होता है। किस करना दिल के लिए भी अच्छा होता है। इससे ब्लड प्रेशर कम होता है, मस्तिष्क सक्रिय रहता है, प्रसन्नता के हार्मोन्स पैदा होते हैं और इससे खुद को लेकर जागरुकता भी बढ़ती है। हालांकि प्यार करने वालों को इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता। शायद उन्हें पता भी न हो कि जब कोई किसी को किस करता है तो उसके लिए चेहरे की 30 मांसपेशियां काम आती हैं। एक किस के लिए दो से छह कैलोरी की जरूरत पड़ती है।  जानकारों का मानना है कि एक चुंबन प्रेम, जोश, एक दूसरे के प्रति सम्मान, खुशआमदीद, दोस्ती और शांति जैसी भावनाएं जाग्रत करता है। अध्ययन बताते हैं कि कोई किसी को बेवजह किस नहीं करता। इसके पीछे कोई न कोई वजह होती है। सिर्फ मजे के लिए ही किस नहीं किया जाता। खास कर महिलाएं यह बात परखने के लिए किस करती है कि संभावित पार्टनर कितनी दूर तक साथ देगा, वहीं पुरुष महिलाओं से शारीरिक संबंध बनाने की संभावनाएं बढ़ाने के लिए किस का इस्तेमाल करते हैं।


अधिक समय तक जीते हैं चुंबन करने वाले

चिकित्सा वैज्ञानिकों का मानना है कि चुंबन के दौरान जब दोनों की जीभ एक दूसरे से टकराती है तो मुंह में एक के बाद एक कई प्रक्रियाएं सक्रिय हो जाती हैं। इससे रोग निरोधक शक्ति को बढ़ावा मिलता है। मुंह में एक्स्ट्रा सलाइवा रह जाता है वह दांतों में जमे प्लॉक को तोड़कर हटाने में सहायक होता है।  हाल ही में आए एक शोध अध्ययन से मालूम हुआ है कि जो कपल हर दिन सुबह एक दूसरे का चुंबन लेते हैं वे दूसरों की तुलना में पांच साल तक अधिक जीते हैं। प्रेम के आवेग में लिए गए चुंबन से तनाव घट जाता है, कॉर्टीसॉल स्ट्रेस हारमोन कम हो जाते हैं। चेहरे की मांसपेशियां ढीली नहीं पड़तीं और गाल लटकने की समस्या खड़ी ही नहीं होती। चुंबन हार्ट की सेहत के लिए भी अच्छा है क्योंकि चुंबन दिल की धड़कनों की गति बढ़ा देता है, इससे पूरे शरीर में खून का संचार तेज हो जाता है। चुंबन के दौरान प्राकृतिक एंटिबायोटिक्स का स्राव शरीर में अपने आप बढ़ जाता है। चुंबन के बाद शरीर में रह गए थूक में इस तरह का एक एंटीसेप्टिक रसायन भी मौजूद रहता है जो पीड़ा और दर्द को कम करने में मददगार साबित होता है। इसीलिए कहा है कि अच्छे और रसीले चुंबन से उत्पन्न एंडोर्फिन हारमोन मॉर्फीन नामक तेज दर्द निवारक से भी ताकतवर होते हैं।


कैसा हो किस, गीला या सूखा ?
कपल्स की चुंबन को लेकर अलग-अलग राय है। कपल्स भी कई बार एक मत नहीं होते। महिला चाहती है कि वह सूखे चुंबन से संतुष्ट है जबकि पुरुष गीला चुंबन चाहता है। जाहिर है कि इन दोनों के बीच जब भी चुंबन की स्थिति बनेगी वह एक किस्म के तनाव को जन्म देगी। कई कपल गीला चुबंन तो चाहते हैं लेकिन जीभों का आपस में संघर्ष करना उन्हें ठीक नहीं लगता है। कुछ महिलाएं खासकर भारतीय परिवेश में चुंबन को गैर जरूरी मानती हैं। उनकी नजर में सेक्स से चुंबन का कोई लेना देना नहीं होता तो फिर क्यों बेवजह चुंबन करें। कपल्स अंततः उसी नतीजे पर आकर रुकें जिसमें दोनों पार्टनर सहमत हों,फिर चुंबन सूखा रहे तो रहे उससे क्या फर्क पड़ता है?
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चुंबन के प्रकार

बटरफ्लाय किस - जब आप भरी महफिल में अपने साथी को चूमना चाहते हैं तो चूमने का यह तरीका आपकी काफी मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले आप अपने साथी की ओर लगातार देखें, जब तक उसका ध्यान आपकी ओर न पहुंच जाए। इसके बाद अपनी पलकें बार-बार झपकाएं। यदि आप इसे ठीक से करते हैं तो आपकी महबूबा आपके इशारे को आसानी से समझ जाएंगी।

फ्रेंच किस - अपनी रोमांटिक भावना को प्रिय तक पहुंचाने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका। इस प्रकार का चुंबन आत्मीय चुंबन कहलाता है। इस प्रकार का चुंबन लेने के लिए अपनी उनको नजदीक लाकर अपनी और उनकी जीभ को टकराया जाता है। दरअसल इसमें जीभ ही महत्वपूर्ण रहती है। उत्तेजना को बढ़ाने वाले इस चुंबन को अधिकतर लोग अपनाते हैं और सही तरीके से अंजाम देते हैं।

एस्किमो किस - चूमने का यह तरीका कुछ हटकर है, जो आपको प्रेम के साथ-साथ थोड़ा मजा भी दिलाएगा। इसके लिए अपने साथी के चेहरे को हाथों में लेकर नाक को आपस में धीमे-धीमे स्पर्श करें। याद रखें ये क्रिया इतनी धीमे से होनी चाहिए कि इसके माध्यम से होने वाली अनुभूति आप महसूस कर सकें।

फ्रीज/मेल्ट किस - यकीनन किस करने का यह तरीका आपके रोमांटिक मूड में न केवल वृद्धि करेगा बल्कि रोमांस में थोड़ी सी मस्ती भी भर देगा। इसके लिए आप अपने मुंह में बर्फ का एक छोटा सा टुकड़ा रखें। अब अपनी मेहबूबा को चूमें और बर्फ का ये टुकड़ा उनके मुंह में डाल दें। इस क्रिया को दोनों दोहराएं। यह नए तरीके का फ्रेंच किस आपको चूमने का दोहरा मजा देगा।

ईयरलोब किस - ईयरलोब यानी की कानों का सिरा। जब आप अपनी मेहबूबा के नाजुक से कानों के नाजुक से किनारों को चूमते हैं तो उनका रोमांटिक मूड अचानक बढ़ जाता है क्योंकि ये ऐसी जगह है, हां चूमकर आप उनकी उत्तेजना को और बढ़ा देते हैं। लेकिन आपको सिर्फ इतना ध्यान रखना है कि इसे एकदम धीमे से और नजाकत से करें। अपनी सांसों पर पूरा नियंत्रण रखें।

कुछ अन्य

गालों पर चुंबन, हाथों पर चुंबन , माथे पर चुंबन

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यह भी है खास

टेक्सास के मशहूर मानवशास्त्री वॉन ब्रायंट ने चुंबन या किस पर लंबा शोध किया और पाया कि ऐसी किसी क्रिया के सबसे पहले लिखित प्रमाण 3,500 साल पुराने वेद, पुराणों और संस्कृत पाण्डुलिपियों में मिलते हैं।

2008 में दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन के पास किस करते पाए गए एक विवाहित जोड़े पर अश्लीलता फैलाने के आरोप में मुकदमा जड़ दिया गया। इस बार अदालत ने अपना फैसला सुनाते हुए साफ किया कि प्रेम जताना कोई गैरकानूनी काम नहीं हैं।

अमेरिकी मानवशास्त्री वॉन ब्रायंट बताते हैं कि किस शब्द की उत्पत्ति भी प्राचीन भारत में ही हुई होगी। प्राचीन काल में किसिंग को बूसा या बोसा भी कहा गया, जिससे इसका प्राचीन लैटिन नाम बासियम निकला। इसका आधुनिक जर्मन नाम कुस और अंग्रेजी नाम किस भी यहीं से निकला।

06 जुलाई को विश्व किस डे मनाया जाता है।
12 फरवरी को वैलेंटाइन वीक का किस डे मनाया जाता है।
10  सेकंड के एक चुंबन के दौरान करीब आठ करोड़ जीवाणु चुंबन करने वालों के मुंह में चले जाते हैं। नीदरलैंड के वैज्ञानिकों का एक दल इस नतीजे पर पहुंचा है।

700 प्रकार के जीवाणु करोड़ों की संख्या में मौजूद होते हैं इंसान के मुंह में लेकिन इनमें से कुछ ही ज्यादा तेजी से स्थानांतरित होते हैं।

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बॉलीवुड के विवादित किस

देविका और हिमांशु
1933 में आई हिन्दी फिल्म “कर्मा” में उस समय की मशहूर अदाकारा देविका रानी ने पर्दे पर एक्टर और असली जीवन में अपने पति हिमांशु राय को किस किया था। जिसको लेकर काफी बवाल मचा और महात्मा गांधी ने हिमांशु राय को पत्र भी लिख डाला। 


शिल्पा शेट्टी और रिचर्ड गियर
बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी कुंद्रा की प्रसिद्धि के यूं तो कई कारण हैं, जिनसे कभी उन्हें पॉजिटिव पब्लिसिटी मिली तो कभी नकारात्मक अनुभवों का सामना करना पड़ा। शिल्पा ने साल 2007 में एक किस को लेकर सुर्खियां बटोरी थीं। दिल्ली में एड्स जागरूकता अभियान के तहत जब मंच पर अमेरिकी अभिनेता रिचर्ड गेरे ने शिल्पा को किस किया तो उन्हें खूब आलोचना का शिकार होना पड़ा। हालांकि, बाद में रिचर्ड ने पूरे देश से माफी मांग ली थी। मामले ने इतना तूल पकड़ा था कि राजस्थान की एक स्थानीय अदालत ने शिल्पा शेट्टी और रिचर्ड गेरे के खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश भी दे दिए थे।


सिद्धार्थ माल्या और दीपिका पादुकोण
बात अप्रैल 2013 की है। कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर बंगलूरू और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मैच चल रहा था। दीपिका, सिद्धार्थ माल्या के साथ बैठकर खेल का मजा ले रही थीं। जैसे ही रॉयल चैलेंजर ने नाइट राइडर्स पर अपनी जीत दर्ज की, सिद्धार्थ ने दीपिका को किस कर लिया। सिद्धार्थ माल्या द्वारा सरेआम दीपिका को किए गए किस ने खूब सुर्खियां बटोरीं।


शाहरुख खान और जोनाथन रॉस

बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान भी किसिंग कॉन्ट्रोवर्सी से नहीं बच सके। बात तब की है जब जोनाथन रॉस का रियलिटी शो काफी पॉपुलर हो रहा था और किंग खान को इस शो में एक अतिथि के रूप में बुलाया गया था। एसआरके के इस शो में हिस्सा लेने के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर हुई, जिसमें वे एक शख्स को स्मूच करते दिखाई दे रहे थे। यह तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया के साथ-साथ वर्ल्ड मीडिया में छाने लगी। कई लोग इसे मात्र फोटोशॉप की कलाकारी मान रहे थे।


पद्मिनी कोल्हापुरे ने किया प्रिंस चार्ल्स को

अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरे के द्वारा किया गया एक किस आज भी बॉलीवुड के इतिहास में सबसे विवादित रियल किस में गिना जाता है। 1980 में प्रिंस चार्ल्स भारत दौरे पर आए थे। हालांकि, प्रिंस के चारो ओर z-सिक्युरिटी थी, लेकिन किसी बात की परवाह किए बगैर पद्मिनी ने उनके गाल पर किस किया था। फिर क्या, कई दिनों तक यह मामला पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना रहा।


राखी सावंत और मीका सिंह

मॉडल और एक्ट्रेस राखी सावंत सिंगर मीका सिंह के बीच विवाद की शुरुआत एक किस से हुई थी। बात साल 2006 की है, जब राखी, मीका की बर्थ डे पार्टी में गई थीं। पार्टी में मीका ने राखी सावंत को किस कर डाला। फिर क्या, राखी का पारा सातवें असामान पर पहुंच गया। उन्होंने मीका द्वारा किए गए इस किस पर आपत्ति जताई। इतना ही नहीं, उन्होंने इस घटना की शिकायत पुलिस में भी की और मीका पर जबरदस्ती किस करने और छेड़छाड़ के आरोप लगाए।


क्रिस्टियानो रोनाल्डो और बिपाशा बसु

फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो, जो पुर्तगाल टीम के लिए खेलते हैं, बंगाली बाला बिपाशा बसु संग किस को लेकर खूब चर्चा में रह चुके हैं। साल 2007 में दोनों की एक ऐसी तस्वीर मीडिया में आई थी, जिसमें व‌ह एक-दूसरे को किस कर रहे थे। दरअसल, यह तस्वीर एक पार्टी के दौरान खींची गई थी, जिसके सामने आने के बाद खूब हंगामा हुआ था। बिपाशा के कैरियर के ढलान की वजह इस किस को भी माना जाता है।


महेश भट्ट और पूजा भट्ट

डायरेक्टर-प्रोड्यूसर महेश भट्ट का बेटी पूजा भट्ट के साथ एक मैगजीन के लिए कराया गया फोटोशूट सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा था। सालों पहले स्टारडस्ट मैगजीन के लिए उन्होंने पूजा के साथ लिपलॉक सीन दिया था। ये फोटोशूट स्टारडस्ट मैगजीन ने करवाया था, जिसे उसने कवर पेज पर छापा था। इस फोटो ने इतना विवाद खड़ा किया कि पूजा और महेश भट्ट, दोनों ने इस फोटो को फेक बताया। अब सच्चाई क्या है, ये तो वही जानें। एक बार महेश ने तो यहां तक कह दिया था कि पूजा उनकी बेटी ना होतीं तो वो उससे शादी भी कर लेते।

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जब सोशल म‌ीडिया पर छाया संस्कारी जेम्स बांड
 "संस्कारी" जेम्स बॉन्ड सूट बूट नहीं धोती कुर्ता पहनता है और रथ पर चलता है
"संस्कारी" जेम्स बॉन्ड सिगार की जगह जेम्स बॉन्ड अब अगरबत्ती लेकर चलेगा
  "संस्कारी" जेम्स बॉन्ड  अब शुद्ध हिंदी बोलेगा
  "संस्कारी" जेम्स बॉन्ड   शराब की जगह नारियल का पानी पीएगा
 "संस्कारी" जेम्स बॉन्ड    उनका फोन स्वास्तिक के पैटर्न से अनलॉक होगा
"संस्कारी" जेम्स बॉन्ड    अपनी नई कार लाने से पहले उसके सामने नारियल फोड़ेगा
   "संस्कारी" जेम्स बॉन्ड  किसी भी मिशन पर जाने से पहले दही शक्कर खाएगा
    किसी को मारने के लिए गन नहीं त्रिशूल का इस्तेमाल करेगा
    जेम्स बॉन्ड साइकिल से चलेगा





दीपक कुमार